राज्य के भाजपा अध्यक्ष रविंद्र रैना ने कहा है कि पार्टी के स्टार प्रचारक की यात्रा से निश्चित रूप से पार्टी को आगामी लोकसभा चुनाव में बेहतर करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, "इससे न केवल हमें लोकसभा चुनाव में, बल्कि विधानसभा चुनाव में भी बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी।"
पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई है कि मोदी राज्य की अपनी यात्रा के दौरान नियंत्रण रेखा के पार कारगिल-स्कर्दू मार्ग खोलने की घोषणा करेंगे। उमर ने लद्दाख क्षेत्र में कारगिल के लोगों द्वारा उठाई गई मांग का समर्थन किया है, जिन्होंने कल मार्ग खोलने की मांग करते हुए रैली की थी।
पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने भी मोदी की यात्रा पर कोई टिप्पणी नहीं की है, जबकि उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री नईम अख्तर ने कहा, "अतीत में रखे गए नींव के पत्थर केवल पत्थर ही रह गए हैं।"
अख्तर ने कहा, "जोजीला सुरंग और जेड-मोर सुरंग जैसी परियोजनाओं को लगभग छोड़ दिया गया है और इनकी अब फिर से निविदा की जा रही है। महत्वाकांक्षी रिंग-रोड परियोजना को छोड़ दिया गया है, क्योंकि भूमि का अधिग्रहण नहीं किया जा सका, जम्मू-श्रीनगर राजमार्ग इस सर्दियों में ज्यादातर बंद रहा है।"
उन्होंने कहा, "राजनीतिक मोर्चे पर यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रधानमंत्री उन सरपंचों और पंचों को संबोधित करेंगे, जो 10 प्रतिशत मतों के साथ निर्वाचित हुए थे।"
डेमोक्रेटिक पार्टी नेशनलिस्ट (डीपीएन) के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री गुलाम हसन मीर ने कहा, "पूरी तरह से राजनीतिक रूप से प्रेरित यह यात्रा ऐसे समय हो रही है, जब लोकसभा चुनाव नजदीक है। हमें इस यात्रा से कोई उम्मीद नहीं है।"
अन्य मुख्यधारा की पार्टियों जैसे नेशनल पैंथर्स पार्टी और पीपुल्स डेमोक्रेटिक फ्रंट (पीडीएफ) का रुख भी मोदी की यात्रा को लेकर शांत है। पीडीएफ के अध्यक्ष हकीम मोहम्मद यासीन शाह ने भी मोदी की यात्रा को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीति से प्रेरित बताया है।
कश्मीरी अलगाववादी नेतृत्व ने मोदी की यात्रा के विरोध में बंद का आह्वान किया है। मोदी की यात्रा के मद्देनजर अधिकारियों ने वरिष्ठ अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक को नजरबंद कर दिया है।